Power Sector : हाल ही में पावर सेक्टर की स्मॉलकैप कंपनी Power Mech Projects के शेयरों में तेज़ी देखी गई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर करीब 4 प्रतिशत तक उछल गए और 2,975 रुपये के उच्च स्तर को छू लिया। इस तेजी की सबसे बड़ी वजह कंपनी को मिला एक बड़ा सरकारी ऑर्डर है। कंपनी ने बताया कि उसे भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) से 2,500 करोड़ रुपये का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त हुआ है, जिससे निवेशकों का रुझान इस स्टॉक की ओर बढ़ गया है।
2,500 करोड़ का ऑर्डर
Power Mech Projects Limited ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसे BHEL से तेलंगाना के मंचेरियल में स्थित सिंगरेनी सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, स्टेज-II के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) कार्य का ऑर्डर मिला है। यह प्रोजेक्ट 800 मेगावाट की क्षमता का होगा। कंपनी को इस ऑर्डर के तहत पूरे प्रोजेक्ट का डिजाइन, इंजीनियरिंग, उपकरणों का निर्माण, निरीक्षण, परीक्षण और पेंटिंग जैसे काम करने होंगे। इसके अलावा कंपनी सामान की साइट तक डिलीवरी, अनलोडिंग, स्टोरेज, सुरक्षा और मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी उठाएगी।
BHEL प्रोजेक्ट की जानकारी
कंपनी को यह प्रोजेक्ट 38 महीनों के भीतर पूरा करना होगा। इस दौरान उसे सिविल और स्ट्रक्चरल काम, उपकरणों की असेंबली, परीक्षण, फाइनल पेंटिंग, ट्रायल रन, परफॉर्मेंस चेक और तैयार सुविधाओं का ट्रांसफर जैसी सभी गतिविधियाँ पूरी करनी होंगी। कंपनी को हैंडओवर से पहले ट्रेनिंग, मेंटेनेंस और वारंटी सेवाएँ भी देनी होंगी। इसके तहत कंपनी यह सुनिश्चित करेगी कि काम तय समय सीमा के भीतर बिना किसी बड़ी समस्या के पूरा हो।
ऑर्डर बुक में आएगा फर्क
यह ऑर्डर कंपनी के लिए बहुत अहम साबित हो सकता है क्योंकि इससे इसका ऑर्डर बुक और मजबूत हुआ है। पावर मेक प्रोजेक्ट्स भारत की उन कंपनियों में से है जो पावर सेक्टर में पूरी तरह से सेवाएँ प्रदान करती हैं। यह कंपनी टर्बाइन, बॉयलर और जनरेटर की स्थापना, परीक्षण और बैलेंस ऑफ प्लांट के काम में विशेषज्ञता रखती है। इसके अलावा कंपनी रेलवे प्रोजेक्ट्स और ट्रांसमिशन-डिस्ट्रिब्यूशन कार्यों में भी तेजी से विस्तार कर रही है। बीएचईएल जैसे बड़े सरकारी क्लाइंट से मिला यह ऑर्डर बाजार में इसकी साख को और बढ़ा देगा।
पिछले तिमाहियों का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहा। कंपनी ने 80.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल किया, जो पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा था। रेवेन्यू में भी 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 1,293 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। यह नतीजे इस बात का संकेत हैं कि कंपनी की कारोबारी स्थिति लगातार बेहतर हो रही है और वह नए प्रोजेक्ट्स को कुशलता से पूरा कर रही है। कंपनी का रिटर्न ऑन इक्विटी करीब 16 प्रतिशत और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड लगभग 23 प्रतिशत है, जो उसकी मजबूती को दर्शाता है।
कंपनी में FII का निवेश
कंपनी में विदेशी निवेशक भी भरोसा दिखा रहे हैं। सितंबर 2025 की तिमाही में एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 5.07 प्रतिशत से 7.01 प्रतिशत कर ली है। यह बढ़ोतरी बताती है कि विदेशी निवेशक भी कंपनी के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। इंटरनेशनल निवेशकों का यह भरोसा कंपनी के शेयर के लिए लंबी अवधि में फायदेमंद साबित हो सकता है।
कंपनी का भविष्य
कंपनी के लिए यह नया ऑर्डर एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल उसकी वित्तीय हालत मजबूत होगी बल्कि देश के पावर इंफ्रास्ट्रक्चर में भी उसका योगदान बढ़ेगा। पावर मेक प्रोजेक्ट्स के पास फिलहाल हजारों करोड़ रुपये के ऑर्डर कार्यान्वयन की प्रक्रिया में हैं। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी आने वाले महीनों में और भी सरकारी प्रोजेक्ट्स हासिल कर सकती है। ऐसे में, यह स्टॉक उन निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन सकता है जो पावर सेक्टर में लंबी अवधि का निवेश ढूंढ रहे हैं।
