आजकल हमारे देश में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। हर साल बिजली की जरूरतें और ज्यादा होती जा रही हैं। सरकार भी ग्रिड को मजबूत बनाने और पूरे देश में अच्छी बिजली सप्लाई के लिए नए कदम उठा रही है। इस माहौल में ट्रांसफॉर्मर इंडस्ट्री भी तेजी से आगे बढ़ रही है। ट्रांसफॉर्मर वह मशीन है जो बिजली का वोल्टेज कम-ज्यादा करके उसे सही जगह तक पहुंचाती है, जिससे हमारे घर, फैक्ट्री या सड़क पर रोशनी ठीक से आ सके।
बड़े ऑर्डर और तेज ग्रोथ
देश में बिजली की खपत बढ़ने से ट्रांसफॉर्मर बनाने वाली कंपनियों को रोज़ नए ऑर्डर मिल रहे हैं। यह भारत के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि जितना ज्यादा ट्रांसफॉर्मर बनेगा, उतना ही ज्यादा बिजली की सप्लाई बेहतर होगी। साल 2025 में भारत का ट्रांसफॉर्मर बाजार लगभग ₹33,000 करोड़ का था और उम्मीद है कि 2026 तक यह ₹40,000 करोड़ से भी ज़्यादा हो जाएगा। यानी यह इंडस्ट्री बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
Voltamp Transformers Limited
गुजरात की वोल्टैम्प ट्रांसफॉर्मर्स कंपनी ने हाल ही में 6,000 मेगावोल्ट-एम्पियर (MVA) क्षमता की नई फैक्ट्री शुरू की है। यह कंपनी अपनी बैलेंसशीट बिलकुल साफ-सुथरी रखती है और उस पर कोई बड़ा कर्ज नहीं है। वोल्टैम्प अब नए सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी के लिए अलग किस्म के ट्रांसफॉर्मर बनाएगी। 2025 में वोल्टैम्प के शेयर की कीमत ₹7,103 तक पहुंच गई थी। बीते पांच सालों में कंपनी ने 600% से ज्यादा रिटर्न दिया है। उसकी सेल्स भी 2021 के ₹692 करोड़ से बढ़कर 2025 में ₹1,934 करोड़ हो गई है और शुद्ध मुनाफा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
CG Power
सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन्स ने मध्य प्रदेश में एक नई फैक्ट्री लगाई है, जिससे इसकी कुल क्षमता 85,000 MVA तक पहुंच गई है। इसके शेयर ने पिछले पांच साल में 3,252% से ज्यादा की ग्रोथ दी है, जिसे देखकर पुराने निवेशक भी हैरान हैं। हाल की तिमाही में कंपनी की ऑर्डर बुक लगभग दोगुनी हो गई है। ग्रिड को आधुनिक बनाने और हाई वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर की मांग ने कंपनी के बिजनेस को और तेज कर दिया है। इसलिए सीजी पावर का नाम अब देश की सबसे तेजी से बढ़ती कंपनियों में आ रहा है।
भारत बिजली की नई तकनीक और विस्तार
भारत बिजली देश की एक बहुत पुरानी कंपनी है, जो लगातार अपनी तकनीक और उत्पादन क्षमता को बढ़ा रही है। उनकी ऐरोली फैक्ट्री में ट्रांसफॉर्मर बनाने की क्षमता 18,000 MVA से बढ़कर अब 28,000 MVA हो गई है, और भविष्य में यही क्षमता 35,000 MVA तक पहुंचाने का प्लान है। 2025 में इस कंपनी के शेयर की कीमत ₹3,105 थी और पिछले पांच सालों में निवेशकों को 840% रिटर्न मिला है। भारत बिजली अब विदेशों में भी अपना कारोबार बढ़ाने जा रही है, जिससे कंपनी को नए मौके मिलेंगे।
मोरैया प्लांट में नई योजनाएं
मोरैया प्लांट में भी कंपनी अपनी क्षमता बढ़ाकर 75,000 MVA तक ले जाने की तैयारी कर रही है। 2025 की पहली तिमाही में कंपनी की कमाई में 64% की जोरदार बढ़त आई। इस दौरान ऑर्डर बुक में भी ₹665 करोड़ के नए ऑर्डर जुड़े हैं। अब कंपनी का लक्ष्य अगले तीन साल में ₹8,300 करोड़ यानी 1 बिलियन डॉलर की कमाई तक पहुंचने का है। उनका मुनाफा भी 223% तक बढ़ गया है। कंपनी ने सोलर और ग्रीन हाइड्रोजन ट्रांसफॉर्मर जैसी नई तकनीकों पर काम शुरू कर दिया है और भारत के ट्रांसफॉर्मर बाजार में इसका नाम बहुत आगे रहता है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल समझाने और पढ़ने के लिए है। इसमें दी गई बातें किसी भी निवेश सलाह के रूप में नहीं हैं। निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें या किसी सलाहकार से सलाह लें।
