Tata Investment Share – पिछले कुछ दिनों से टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर पर काफी असर देखने को मिल रहा है। सोमवार को कंपनी के शेयर 9 प्रतिशत से ज्यादा गिर गए। शेयर की कीमत बीएसई पर 804 रुपये के करीब पहुंच गई। कुछ दिन पहले तक यह शेयर 1047 रुपये पर था। यानी सिर्फ पांच दिन में इसकी कीमत में लगभग 23 प्रतिशत की गिरावट आ गई। लोग इस गिरावट को देखकर थोड़े हैरान हैं क्योंकि पिछले कुछ सालों में इस कंपनी का शेयर काफी तेजी से बढ़ा था।
शेयर की कीमत में बदलाव
टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर की कीमत पिछले एक साल में अलग-अलग रही है। इस शेयर का 52 हफ्ते का सबसे ऊंचा स्तर 1184 रुपये रहा है, जबकि सबसे नीचे यह 514 रुपये तक गया था। शेयर मार्केट में यह उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन इतनी बड़ी गिरावट अचानक आने से लोगों में चिंता बढ़ गई है। निवेशक अब सोच रहे हैं कि क्या आगे भी शेयर नीचे जाएगा या फिर दुबारा बढ़ेगा।
कंपनी ने किया शेयर स्प्लिट
टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने हाल ही में अपने शेयरों का बंटवारा किया है। कंपनी ने अपने एक शेयर को दस हिस्सों में बांटा है, यानी 1:10 के अनुपात में। इसका मतलब है कि पहले एक शेयर रखने वाले को अब दस छोटे शेयर मिले हैं। ऐसा कई कंपनियां करती हैं ताकि शेयर की कीमत कम हो जाए और ज्यादा लोग उसमें निवेश कर सकें। यह पहला मौका था जब इस कंपनी ने शेयर स्प्लिट करने का फैसला लिया। इस प्रक्रिया की रिकॉर्ड डेट 14 अक्टूबर 2025 रखी गई थी।
कितनी हिस्सेदारी किसकी है
अगर कंपनी की हिस्सेदारी की बात की जाए तो इसमें प्रमोटर्स के पास करीब 73 प्रतिशत शेयर हैं। इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी के मालिकों के पास ज्यादा हिस्सा है। वहीं, आम जनता यानी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास करीब 26 प्रतिशत शेयर हैं। इससे पता चलता है कि कंपनी पर नियंत्रण ज्यादातर प्रमोटर्स का है। निवेशकों के लिए यह भी जानना जरूरी है कि शेयर स्प्लिट के बाद क्या कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति पहले जैसी रहेगी या उसमें कुछ बदलाव आएगा।
पिछले कुछ सालों में शेयर की हालत
अगर पिछले पांच साल के रिकॉर्ड देखें तो टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर ने शानदार प्रदर्शन किया है। अक्टूबर 2020 में यह शेयर सिर्फ 85 रुपये के आसपास था, और अब 2025 में यह 804 रुपये पर पहुंच गया। यानी, पांच साल में इसने लगभग 843 प्रतिशत की बढ़त दिखाई। तीन साल में लगभग 248 प्रतिशत और दो साल में करीब 145 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। छह महीने में भी कंपनी के शेयर करीब 26 प्रतिशत तक बढ़े हैं। इससे साफ है कि लंबे समय में इस शेयर ने अच्छा रिटर्न दिया है, लेकिन हाल की गिरावट ने निवेशकों की उम्मीदें थोड़ी कमजोर की हैं।
आगे की उम्मीदें
अब निवेशक यह सोच रहे हैं कि क्या आने वाले दिनों में यह शेयर फिर से चढ़ेगा या गिरावट जारी रहेगी। कंपनी की लंबी अवधि की परफॉर्मेंस अच्छी रही है, इसलिए कुछ लोग इसे एक सामान्य गिरावट मान रहे हैं। वहीं कुछ लोग मुनाफा कमाने के लिए अपने शेयर बेच रहे हैं। मार्केट के जानकारों का कहना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और जब बाजार स्थिर होगा तो शेयर में फिर से बढ़त दिख सकती है।
(यह जानकारी केवल सामान्य समझ और जानकारी के लिए है। इसे किसी निवेश सलाह की तरह न लें। निवेश करने से पहले हमेशा अपने फाइनेंशियल सलाहकार से सलाह जरूर लें।)
