Railway PSU : सरकारी रेलवे कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (IRCON International Limited) को एक और बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। कंपनी ने शुक्रवार रात एक्सचेंज को बताया कि उसके ज्वाइंट वेंचर को महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड यानी MSETCL से ₹168.40 करोड़ का नया ऑर्डर मिला है। यह खबर आने के बाद शुक्रवार (24 अक्टूबर) को कंपनी का शेयर 0.18% बढ़कर ₹169.75 पर बंद हुआ। अब इस खबर का असर कंपनी के शेयर पर साफ नजर आ सकता है।
प्रोजेक्ट की डिटेल
BSE की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट IRCON और Finolex J-Power Systems के ज्वाइंट वेंचर को दिया गया है। यह काम महाराष्ट्र के नागपुर जोन में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत 400/220kV कोराबाड़ी-II से मंनकापुर तक 220kV डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन बनाई जाएगी। यह लाइन आंशिक रूप से ओवरहेड (O/H) और आंशिक रूप से अंडरग्राउंड (U/G) होगी। कंपनी ने बताया कि पूरा काम 18 महीनों में पूरा करने की योजना है, लेकिन मानसून के महीनों को इस समय से बाहर रखा गया है, ताकि काम में कोई देरी न हो।
इरकॉन इंटरनेशनल की हिस्सेदारी
IRCON ने साफ किया कि यह पूरी तरह से घरेलू वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट है। इसमें किसी भी प्रकार की संबंधित पार्टी ट्रांजैक्शन नहीं है। कंपनी ने बताया कि इरकॉन के किसी भी प्रमोटर या ग्रुप कंपनी की MSETCL में कोई हिस्सेदारी या व्यावसायिक जुड़ाव नहीं है। ज्वाइंट वेंचर में IRCON की 51% हिस्सेदारी है, जबकि Finolex J-Power Systems की 49% हिस्सेदारी है। और इस नए ऑर्डर से दोनों कंपनियों के बीच सहयोग और मजबूत होगा।
IRCON Share का मार्केट में प्रदर्शन
अगर इरकॉन के शेयर की बात करें तो इस साल अब तक इसमें करीब 22.12% की गिरावट आई है। वहीं, पिछले एक साल में भी इसमें करीब 16.09% की कमी दर्ज की गई है। लेकिन, पिछले तीन सालों में कंपनी के शेयर ने 299% और पिछले पांच सालों में करीब 320% का शानदार रिटर्न दिया है। इसका मतलब है कि लंबी अवधि में यह स्टॉक काफी मजबूत रहा है। कंपनी का 52 हफ्तों का उच्च स्तर ₹237.60 और निचला स्तर ₹134.30 रहा है। मौजूदा स्तर से इसमें पहले ही लगभग 26% की रिकवरी हो चुकी है। फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप ₹15,965.25 करोड़ के करीब है।
कब मिला था दूसरा बड़ा ऑर्डर
इस दिवाली से ठीक पहले IRCON को Petronet LNG से ₹360.28 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मिला। यह प्रोजेक्ट गुजरात के दहेज में PDH-PP प्लांट के Part-A के तहत दिया गया था। इसमें सिविल, स्ट्रक्चरल और अंडरग्राउंड काम शामिल हैं, साथ ही पाइलिंग वर्क भी इसी का हिस्सा है। इससे साफ है कि कंपनी लगातार नए ऑर्डर हासिल कर रही है और अपने निर्माण कार्य को और विस्तार दे रही है।
(यह जानकारी केवल सामान्य अपडेट के रूप में दी गई है। इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में न लें। किसी भी निवेश से पहले अपनी खोज करें और विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
