Nirman Agri Genetics Share – बुधवार को निर्माण एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड कंपनी के शेयर में 5 प्रतिशत का लोअर सर्किट लगा अब इसका भाव 166.85 रुपये रह गया है यह गिरावट इसलिए हुई क्योंकि सेबी ने कंपनी को शेयर बाजार से बैन कर दिया यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि कंपनी पर आरोप है कि उसने IPO से जो पैसा इकट्ठा किया उसका गलत इस्तेमाल किया
सेबी ने कंपनी से कहा है कि जब तक अगला आदेश नहीं आता तब तक वह अपने कोई भी बड़े फैसले या कॉरपोरेट एक्शन नहीं करेगी इसका मतलब है कि कंपनी अब बोनस शेयर नहीं दे सकती अपने शेयरों को बाँट नहीं सकती और नाम को Agriicare Life Corp Limited में नहीं बदल सकती
सेबी का कड़ा कदम
मंगलवार को सेबी के अधिकारी कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने आदेश दिया कि कंपनी के प्रमुख प्रणव कैलाश बागल अब कंपनी के शेयर न तो खरीद सकते हैं न बेच सकते हैं और न ही किसी तरह का लेनदेन कर सकते हैं यह रोक तब तक रहेगी जब तक सेबी अपना अगला आदेश नहीं देती
नवरत्न कंपनी का शेयर 1 साल में गिरा 30% लेकिन Q2 में मचा दी तबाही अभी इतना है शेयर का भाव
सेबी की जांच में पता चला कि कंपनी ने अपने IPO से कुल 20.30 करोड़ रुपये जुटाए थे लेकिन इसमें से लगभग 18.89 करोड़ रुपये यानी करीब 93 प्रतिशत पैसा गलत तरीके से इस्तेमाल हुआ यह पैसा कई ऐसी कंपनियों में भेजा गया जो नकली थीं या उन पर संदेह था कुछ पैसा प्रणव बागल और उनके रिश्तेदारों की कंपनियों में भी गया सेबी ने यह भी कहा कि कंपनी ने यह बताने में झूठी या उलझाने वाली जानकारी दी कि उसने पैसा कहाँ खर्च किया कंपनी की बातों में बहुत अंतर पाया गया
शेयर की कीमत में बड़ा बदलाव
जब कंपनी ने IPO निकाला था तब एक शेयर की कीमत 99 रुपये रखी गई थी यह IPO 15 मार्च 2023 को खुला और 20 मार्च 2023 को बंद हुआ उसके बाद 28 मार्च 2023 को कंपनी के शेयर 102 रुपये पर बाजार में लिस्ट हुए थे समय के साथ कंपनी के शेयरों में बहुत उतार-चढ़ाव आया पिछले 52 हफ्तों में कंपनी का ऊँचा भाव 456 रुपये रहा जबकि सबसे नीचे 130.10 रुपये तक गया इसका मतलब है कि जिन लोगों ने यह शेयर लिए उन्हें कभी बहुत ज्यादा मुनाफा हुआ और अब उनको भारी नुकसान देखना पड़ रहा है
Tata Motors का शेयर मिल रहा 40% सस्ते भाव में, अब हर 1 शेयर पर मिलेगा 1 नया शेयर फ्री
निवेशकों की भागीदारी
जब निर्माण एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड का आईपीओ आया था तो इसे लोगों ने बहुत पसंद किया था यह IPO कुल 1.71 गुना तक भरा गया था आम लोगों यानी छोटे निवेशकों ने 2.2 गुना तक पैसा लगाया था वहीं बड़े निवेशक जिन्हें गैर-संस्थागत निवेशक कहा जाता है उन्होंने 1.22 गुना निवेश किया था लेकिन अब स्थिति बदल गई है कंपनी पर जांच चल रही है और निवेशकों को चिंता है कि उनका पैसा फँस सकता है जब कोई कंपनी सेबी के नियम तोड़ती है या झूठी जानकारी देती है तो उस पर प्रतिबंध लग जाता है इससे न केवल कंपनी बल्कि उसके निवेशकों को भी बड़ा नुकसान होता है
आगे क्या होगा
अब सबकी नजर सेबी के अगले आदेश पर है अगर कंपनी यह साबित कर दे कि उसने जानबूझ कर पैसे का गलत इस्तेमाल नहीं किया तो शायद उसे दोबारा मौका मिल सके लेकिन अगर सेबी को लगे कि कंपनी ने वाकई में बहुत गड़बड़ की है तो कंपनी पर और भी बड़ी सजा लग सकती है
1₹ वाला पेनी शेयर पहुंचा 5₹ पर अब जायेगा 10₹ के पार शेयर का भाव
