Vedanta Q2 Results : वेदांता लिमिटेड ने सितंबर तिमाही के अपने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं, और कंपनी के कई सेगमेंट्स में अपने प्रोडक्शन रिकॉर्ड लेवल देखने को मिला है। अनिल अग्रवाल वाली यह कंपनी एल्युमिना और जिंक जैसे कारोबारों में नए उच्चतम स्तर पर पहुंची है, जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों जैसे ऑयल एंड गैस और स्टील बिजनेस में गिरावट दर्ज की गई।
एल्युमिना और एल्युमिनियम प्रोडक्शन
वेदांता की लांजीगढ़ रिफाइनरी में एल्युमिना प्रोडक्शन में जोरदार उछाल देखा गया। कंपनी का एल्युमिना आउटपुट 31 प्रतिशत बढ़कर 6.53 लाख टन तक पहुंच गया, जो अब तक किसी भी तिमाही में सबसे ज्यादा है। एल्युमिनियम सेगमेंट में भी प्रदर्शन मजबूत रहा, जहां सालाना आधार पर 1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कुल उत्पादन 6.17 लाख टन हुआ। इस तरह वेदांता ने एल्युमिनियम और एल्युमिना दोनों सेगमेंट में अब तक के सबसे ऊंचे स्तर को छू लिया।
जिंक और धातु कारोबार
जिंक इंडिया ने भी सितंबर में अपना रिकॉर्ड प्रोडक्शन दर्ज किया। कंपनी का खनन धातु उत्पादन 1 प्रतिशत बढ़कर 258 किलोटन तक पहुंच गया। अगर पूरे वित्त वर्ष की पहली छमाही की बात करें तो कुल उत्पादन 523 किलोटन रहा। रिफाइंड जिंक का उत्पादन 2% बढ़कर 202 किलोटन तक पहुंचा, लेकिन पाइरो प्लांट की कम उपलब्धता के कारण रिफाइंड लेड का उत्पादन 29% कम होकर रह गया।
चांदी के उत्पादन में भी 22% की गिरावट आई और यह 144 टन पर दर्ज हुआ। वहीं, जिंक इंटरनेशनल के लेवल पर 60 हजार टन खनन धातु का उत्पादन हुआ, जिसमें 38 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज हुई। इस ग्रोथ में गम्सबर्ग माइन्स का अहम योगदान रहा, जहां से उत्पादन में 54% की बढ़ोतरी देखने को मिली।
आयरन, ऑयल और स्टील सेगमेंट
आयरन ओर सेगमेंट में कंपनी का उत्पादन 19 प्रतिशत घटकर 11 लाख टन रह गया। हालांकि, पिग आयरन का उत्पादन 26 प्रतिशत बढ़कर 2.38 लाख टन तक पहुंच गया, जिसका कारण ब्लास्ट फर्नेस की क्षमता में सुधार बताया गया है। ऑयल एंड गैस बिजनेस में औसत दैनिक उत्पादन 15 प्रतिशत घटकर 89.3 हजार बैरल ऑयल इक्विवैलेंट प्रतिदिन रहा। इसमें राजस्थान और राववा ब्लॉकों से उत्पादन में कमी देखी गई।
स्टील बिजनेस में तैयार माल का उत्पादन 8 प्रतिशत घटकर 2.74 लाख टन रह गया, क्योंकि एक फर्नेस में मेंटेनेंस का काम चल रहा था। हालांकि, बिलेट उत्पादन में 43 प्रतिशत की और टीएमटी बार उत्पादन में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई। FACOR यूनिट में अयस्क उत्पादन 24 प्रतिशत बढ़कर 47 हजार टन तक पहुंच गया।
वेदांता का शेयर प्रदर्शन
बीएसई पर 4 अक्टूबर को वेदांता के शेयर 1.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 470.80 रुपये पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में करीब 8.22% की बढ़त आई है, हालांकि इस साल की शुरुआत से अब तक स्टॉक में सिर्फ 6 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी हुई है।