Persistent Systems Share में आज तेज बढ़त देखने को मिली बुधवार सुबह यह करीब 6 फ़ीसदी चढ़कर ₹5688.7 तक पहुंच गया कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजे बहुत मजबूत आए हैं इसी वजह से कई बड़ी ब्रोकरेज कंपनियों ने इसके शेयर का लक्ष्य मूल्य बढ़ा दिया है लगातार दो दिन से शेयर ऊपर जा रहा है क्योंकि निवेशकों का भरोसा कंपनी की अच्छी ग्रोथ और बढ़ते मार्जिन पर बना हुआ है हालांकि कुछ विशेषज्ञ कहते हैं कि अभी इसका दाम काफी ऊंचा है इसलिए निवेश करते समय थोड़ा संभलकर रहना चाहिए
कंपनी के तिमाही नतीजे
मंगलवार को Persistent Systems ने दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए कंपनी का मुनाफा पिछले साल की तुलना में 45 फ़ीसदी बढ़कर ₹471.4 करोड़ हो गया यह आंकड़ा बाजार की उम्मीद से बेहतर रहा कंपनी की कुल आय 23.6 फ़ीसदी बढ़कर ₹3580.7 करोड़ हो गई जबकि ऑपरेटिंग मुनाफा 44 फ़ीसदी उछलकर ₹583.7 करोड़ रहा कंपनी का मार्जिन भी बढ़कर 16.3 फ़ीसदी तक पहुंच गया है इसी तिमाही में कंपनी ने कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) 609.2 मिलियन डॉलर की बताई जबकि वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (ACV) 447.9 मिलियन डॉलर रही यह दिखाता है कि कंपनी को नए प्रोजेक्ट्स और डील्स लगातार मिल रहे हैं
ब्रोकरेज हाउसों की राय
CLSA ने कंपनी के शेयर पर बहुत सकारात्मक रुख दिखाया है उन्होंने कहा कि Persistent का यह फिर से एक “मजबूत क्वार्टर” रहा है इसमें ऑर्डर बुक रेवेन्यू मार्जिन ROE और फ्री कैश फ्लो सबमें सुधार दिखा है CLSA ने कंपनी के शेयर पर “outperform” रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य ₹8270 तय किया है उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी प्रबंधन ने फिर से अपने $2 अरब सालाना रेवेन्यू के लक्ष्य को दोहराया है जिसे वह वित्त वर्ष 2027 तक पाने की कोशिश कर रही है CLSA को लगता है कि कंपनी का प्रति शेयर मुनाफा (EPS) FY25 से FY27 के बीच करीब 29 फ़ीसदी की दर से बढ़ेगा
दूसरी तरफ HSBC ने कंपनी पर “hold” रेटिंग दी है यानी न खरीदने और न बेचने की सलाह लेकिन उन्होंने भी लक्ष्य मूल्य बढ़ाकर ₹6000 किया है उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ अच्छी रही है और प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार दिखा है जो डील विनिंग की वापसी से संभव हुआ HSBC का कहना है कि Persistent की सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्षमता और managed services में विस्तार उसके लिए बड़ा पॉजिटिव है लेकिन ऊंची वैल्यूएशन इसकी बड़ी कमी बनी हुई है
Nomura ने भी कंपनी को “neutral” रेटिंग दी है और कीमत का लक्ष्य ₹5200 रखा है उनका कहना है कि कंपनी का प्रदर्शन हर मामले में ठीक रहा खासकर मार्जिन जो इस तिमाही में सॉफ्टवेयर लाइसेंस की कम लागत से बेहतर हुआ Nomura ने FY26 से FY28 के लिए EPS अनुमान 3 से 5 फ़ीसदी तक बढ़ाया है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह शेयर फिलहाल बहुत महंगे रेट पर ट्रेड कर रहा है यानी FY27 के अनुमानित EPS के 37.5 गुना के स्तर पर
मौजूदा स्थिति और आगे की चाल
अभी Persistent Systems का शेयर लगभग 58 गुना P/E ratio पर ट्रेड कर रहा है जो इस सेक्टर की दूसरी कंपनियों की तुलना में काफी ज्यादा है कंपनी का डिविडेंड यील्ड मात्र 0.62 फ़ीसदी है जिससे साफ है कि निवेशक यहां ज़्यादातर ग्रोथ के लिए पैसे लगा रहे हैं न कि डिविडेंड कमाने के लिए
कंपनी की लगातार बढ़ती आमदनी नए क्लाइंट्स और मजबूत ऑर्डर बुक को देखते हुए बाजार में इसके प्रदर्शन को लेकर उम्मीदें ऊंची हैं लेकिन विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि इतनी ऊंची वैल्यूएशन वाले शेयर में निवेश करते समय लंबे समय का नजरिया रखना होगा अगर कंपनी अगले कुछ सालों में अपने 2 अरब डॉलर रेवेन्यू के लक्ष्य तक पहुंच जाती है तो यह शेयर और ऊपर जा सकता है पर अगर ग्रोथ में थोड़ी भी मंदी आई तो इसका असर शेयर की कीमत पर तुरंत दिखेगा
इस समय Persistent Systems आईटी सेक्टर की उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल है जो लगातार मुनाफे और रेवेन्यू दोनों में दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही हैं आने वाले महीनों में इसका प्रदर्शन निवेशकों के लिए तय करेगा कि यह रफ्तार बरकरार रहती है या कुछ धीमी पड़ती है