एनर्जी शेयर में रॉकेट की तेज़ी देने वाला है बड़ा रिटर्न भाव 160₹ से कम

पिछले कुछ दिनों में शेयर बाज़ार में निवेशकों की नज़र भारतीय IREDA पर टिक गई है। वजह साफ है कंपनी के तिमाही अपडेट ने शानदार प्रदर्शन दिखाया है। इसके असर से बुधवार को IREDA के शेयर करीब 4.5% चढ़कर 155 रुपये से ऊपर पहुंच गए और कंपनी का मार्केट वैल्यू करीब 44,000 करोड़ रुपये के आसपास जा पहुंचा।

IREDA के तिमाही नतीजे

इरेडा ने सितंबर 2025 में खत्म हुई तिमाही के लिए अपने बिज़नेस अपडेट पेश किए। इस दौरान कंपनी ने बताया कि उसने पिछले साल की तुलना में 86% ज्यादा लोन सैंक्शन किए, जिनकी कुल राशि 33,148 करोड़ रुपये रही। वहीं, लोन का डिस्ट्रीब्यूशन भी 54% की तेज़ बढ़त के साथ 15,043 करोड़ रुपये रहा। सबसे बड़ी बात यह रही कि कंपनी का कुल लोन बुक 84,445 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल 31% ज्यादा है।

शेयर का सफ़र

अगर हम IREDA के शेयरों की बात करें तो कंपनी ने नवंबर 2023 में आईपीओ लॉन्च किया था। उस समय इसके शेयर की कीमत 32 रुपये तय की गई थी और कंपनी ने 2,150 करोड़ रुपये जुटाए थे। मौजूदा समय में इसका शेयर दाम पाँच गुना बढ़ चुका है। हालांकि, अक्टूबर 2024 में 239 रुपये के उच्च स्तर को छूने के बाद इसमें 38% तक की गिरावट भी देखी गई। मार्च 2025 में इसका दाम 137 रुपये तक भी फिसल गया था।

लेकिन मज़ेदार बात यह है कि उतार-चढ़ाव के बावजूद बाज़ार विशेषज्ञ कंपनी को लेकर अभी भी सकारात्मक हैं। फिलहाल शेयर अपने उच्चतम स्तर से काफी नीचे है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए इसमें भरोसा बना हुआ है।

इरेडा के नए टार्गेट

बिज़नेस बढ़ाने के साथ-साथ IREDA ने सरकार के साथ भी बड़े टारगेट सेट किए हैं। अगस्त 2025 में कंपनी ने नई और मिनिस्ट्री ऑफ़ रिन्यूएबल एनर्जी के साथ एक परफॉर्मेंस-बेस्ड समझौता किया। इसमें पूरे वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 8,200 करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य रखा गया है, जिसका मतलब है कि कंपनी को पिछले साल के मुकाबले लगभग 22% ज्यादा बढ़ना होगा।

एक्सपर्ट की राय

वैसे तो विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले पाँच सालों में IREDA की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) हर साल करीब 25-30% की रफ्तार से बढ़ सकती हैं। यही वजह है कि कई ब्रोकरेज कंपनियां इस स्टॉक पर खरीदने की सलाह दे रही हैं और इसका टारगेट प्राइस लगभग 198 रुपये तक मान रही हैं।

कंपनी के बारे में

IREDA कोई आम NBFC नहीं है। यह भारत का सबसे बड़ा ग्रीन-फोकस NBFC-IFC है, जिसका इस क्षेत्र में 38 साल से ज्यादा का अनुभव है। देश जिस तेज़ी से नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में बढ़ रहा है, उसमें IREDA एक अहम भूमिका निभा रहा है। सौर ऊर्जा, बैटरी स्टोरेज, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे नए सेक्टरों को बढ़ावा देने में कंपनी बड़ी भागीदारी कर रही है।

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भविष्य की उम्मीदें

कंपनी अब खुदरा लोन (रिटेल लेंडिंग) में भी उतरने की तैयारी में है। इसका फोकस रहेगा छतों पर लगने वाले सोलर प्रोजेक्ट्स, पीएम-कुसुम योजना और ग्रामीण ऊर्जा एक्सेस पर। इससे उसके लोन बुक को बेहतर सुरक्षा मिलेगी और मुनाफे की स्थिरता भी बनी रहेगी।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए विचार निवेश की सलाह नहीं हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से ज़रूर परामर्श लें।

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