Dividend Stock Tata Consultancy Services (TCS) : टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शेयरधारकों को 11 रुपये प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है। कंपनी ने 15 अक्टूबर 2025 को इस डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट तय की है। इसका मतलब यह है कि इस तारीख तक जिन निवेशकों के नाम कंपनी के रजिस्टर या डिपॉजिटरी रिकॉर्ड में होंगे, उन्हें यह डिविडेंड मिलेगा। ये घोषणा कंपनी ने जुलाई-सितंबर 2025 की तिमाही रिपोर्ट के दौरान की है। डिविडेंड का भुगतान 4 नवंबर 2025 को होगा। इससे पहले जून 2025 की तिमाही में भी TCS ने 11 रुपये का पहला अंतरिम डिविडेंड दिया था।
पिछले डिविडेंड का रिकॉर्ड
वित्त वर्ष 2025 में TCS ने कुल 30 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड भी घोषित किया था। इसके अलावा, दिसंबर 2024 की तिमाही में कंपनी ने 10 रुपये का अंतरिम डिविडेंड और 66 रुपये का स्पेशल डिविडेंड भी अपने शेयरधारकों को दिया था। साल 2025 में कंपनी ने दो बार 10-10 रुपये के अंतरिम डिविडेंड भी निकाले। इससे यह साफ होता है कि TCS लगातार निवेशकों को अच्छा लाभ देने का प्रयास कर रही है।
शेयर और मार्केट कैप की जानकारी
TCS के शेयर की फेस वैल्यू 1 रुपये है। 10 अक्टूबर 2025 को BSE पर इसका शेयर 3028.40 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप करीब 11 लाख करोड़ रुपये है। जून 2025 के अंत तक, कंपनी के प्रमोटर्स के पास 71.77 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। हालांकि, टीसीएस का शेयर पिछले एक साल में 28 प्रतिशत और पिछले छह महीनों में 10 प्रतिशत गिर चुका है। BSE पर इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 4494 रुपये 10 दिसंबर 2024 को और निचला स्तर 2867.55 रुपये 1 अक्टूबर 2025 को देखा गया था।
सितंबर 2025 तिमाही के नतीजे
TCS के सितंबर 2025 तिमाही के कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 65,799 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो एक साल पहले 64,259 करोड़ रुपये था। इसी दौरान कंपनी का शुद्ध मुनाफा भी 1 प्रतिशत बढ़कर 12,075 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 11,909 करोड़ रुपये था। ये आंकड़े दिखाते हैं कि TCS का बिजनेस लगातार मजबूत बना हुआ है और कंपनी अपने शेयरधारकों को लाभ देने के लिए लगातार काम कर रही है।
क्यों ज़रूरी है डिविडेंड
डिविडेंड शेयरधारकों के लिए अच्छा मौका होता है कि वे सीधे अपने निवेश पर लाभ कमाएं। TCS के लगातार अंतरिम और फाइनल डिविडेंड देने से यह जाहिर होता है कि कंपनी अपने निवेशकों की उम्मीदों को पूरा करने में भरोसेमंद है।
शेयरधारकों के लिए जरूरी बात
जो निवेशक TCS में निवेश करना चाहते हैं या पहले से निवेशक हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि डिविडेंड पाने के लिए उनका नाम रिकॉर्ड डेट तक कंपनी के रजिस्टर या डिपॉजिटरी में होना जरूरी है। TCS का इतिहास बताता है कि यह कंपनी लाभांश वितरण को प्राथमिकता देती है, इसलिए निवेशकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
निष्कर्ष
TCS का लगातार डिविडेंड देना और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन यह संकेत देते हैं कि कंपनी की मैनेजमेंट पॉलिसी और बिजनेस मॉडल मजबूत हैं। ऐसे में यह निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बना रहता है।
Disclaimer: यह जानकारी सिर्फ सामान्य निवेश संबंधी है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।