5 साल में 83₹ से 1420₹ पर पहुँच गया ये Defense Stock, अब 37 करोड़ का मिला नया ऑर्डर रॉकेट बना शेयर

WhatsApp Group 1 Join Now
WhatsApp Group 2 Join Now

Defense Stock Zen Technologies Share : ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ को हाल ही में रक्षा मंत्रालय से 37 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है, जिसमें उसे ऐसा एंटी-ड्रोन सिस्टम बनाना और सप्लाई करना है जो किसी भी दुश्मन ड्रोन को पहचानकर उसे बेअसर कर सके। यह सिस्टम पूरी तरह से भारत में ही डिजाइन और बनाया गया है। कंपनी ने यह भी साफ किया है कि इस ऑर्डर में उसके प्रमोटर या उनके किसी समूह का सीधा या अप्रत्यक्ष हित नहीं है।

कब तक पूरा होगा प्रोजेक्ट

कंपनी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट एक साल के भीतर पूरा कर दिया जाएगा। कंपनी का कहना है कि ये सिस्टम पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं, जो भारत की रक्षा तैयारियों को मजबूत बनाने में सहायता करेंगे। इन सिस्टमों का मकसद हवाई खतरों को पहचानना और उन्हें निष्क्रिय करना है ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा समस्या समय से पहले रोकी जा सके।

ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ शेयर प्रदर्शन

आज के कारोबार में ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ का शेयर बीएसई पर करीब 0.32% चढ़कर 1,419.90 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर पिछले कुछ सालों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। तीन साल में इसमें लगभग 590% और पाँच साल में करीब 1,600% की वृद्धि देखने को मिली है। यह दिखाता है कि कंपनी ने बाजार में अच्छा भरोसा बनाया है, लेकिन इसके साथ यह भी ध्यान देना जरूरी है कि इतनी तेजी के बाद जोखिम भी बढ़ सकता है। निवेशक को हर निर्णय अपनी रिसर्च और सलाह के आधार पर करना चाहिए।

ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ टेक्निकल एनालिसिस

तकनीकी आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 39.2 के आसपास है, यानी शेयर न तो ओवरबॉट की स्थिति में है और न ही ओवरसोल्ड में। एक साल का बीटा 1.1 दर्शाता है कि इस स्टॉक की कीमत में थोड़ी ज्यादा उतार-चढ़ाव रही है। इसके अलावा, शेयर कई मूविंग एवरेज जैसे 5, 10, 20, 30, 50, 100 और 200 दिन के औसत से नीचे कारोबार कर रहा है, जो तकनीकी रूप से थोड़ी कमजोरी की तरफ इशारा कर सकता है।

ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ क्या करती है

ज़ेन टेक्नोलॉजीज़ एक डिफेंस टेक कंपनी है जो सेना के लिए ट्रेनिंग सिस्टम और सिमुलेशन टेक्नोलॉजी बनाती है। इसके उत्पादों में लैंड बेस्ड ट्रेनिंग सिस्टम, ड्राइविंग सिमुलेटर, लाइव रेंज इक्विपमेंट और एंटी-ड्रोन सिस्टम शामिल हैं। कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है, जहां यह अपने सभी उपकरणों की टेस्टिंग और ट्रेनिंग सुविधा भी देती है। खासतौर पर इसका एंटी-ड्रोन सिस्टम ऐसा है जो ड्रोन को पहचान कर उसकी कम्युनिकेशन को जाम कर देता है, जिससे खतरा खत्म हो जाता है।

निवेशकों के लिए संकेत

कुल मिलाकर यह नया ऑर्डर कंपनी के लिए सकारात्मक खबर है क्योंकि इससे न केवल उसकी कमाई बढ़ेगी बल्कि सरकार के साथ उसके संबंध भी मजबूत होंगे। हालांकि, किसी भी तरह का निवेश करने से पहले बाजार की मौजूदा स्थिति, कंपनी के फाइनेंशियल्स और तकनीकी संकेतों को देखना जरूरी है। अचानक की गई निवेशिक फैसले कभी-कभी जोखिम भरे भी हो सकते हैं।

Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य समझ के लिए है। किसी भी निवेश से पहले अपनी जांच खुद करें या वित्तीय सलाहकार की सलाह लें।

Leave a Comment

WhatsApp Icon
Suzlon Energy को छोड़ो और देखो इस ₹34 वाले Penny स्टॉक को