Chemical Stock Stallion India Fluorochemicals Share : साल 2025 की शुरुआत में शेयर बाजार में गिरावट का माहौल था और कई बड़े इंडेक्स नीचे जा रहे थे। ऐसे में स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड ने चुपचाप से बड़ा धमाका कर दिया। इसका IPO ₹90 प्रति शेयर था, लेकिन अक्टूबर 2025 तक यह ₹306 से ऊपर पहुंच गया। करीब 6-7 महीनों में यह लगभग 310% का शानदार रिटर्न मिला।
कंपनी का बिजनेस
Stallion India Fluorochemicals रेफ्रिजरेंट और औद्योगिक गैसों का उत्पादन करती है। इसके प्रोडक्ट एयर कंडीशनिंग, फायरफाइटिंग, ऑटोमोबाइल, फार्मा और सेमीकंडक्टर जैसे कई सेक्टरों में इस्तेमाल होते हैं। कंपनी अपने गैसों को प्रोसेस कर “स्टैलियन” ब्रांड नाम से बाजार में बेचती है। इन गैसों की मांग इंडस्ट्री में हमेशा बनी रहती है।
कंपनी का नया प्रोजेक्ट
कंपनी ने राजस्थान में आधुनिक R-32 रेफ्रिजरेंट गैस उत्पादन के लिए नया प्लांट बनाने हेतु ₹120 करोड़ का निवेश किया है। यह प्लांट 2026 में चालू होने की उम्मीद है। इस खबर के बाद से इसके शेयर में तेज़ी आई क्योंकि निवेशकों का मानना है कि इससे कंपनी की स्थिति और मजबूत होगी।
आने वाले प्रोजेक्ट
कंपनी के पास खालापुर, माम्बट्टु और भीलवाड़ा में और कैपेक्स प्रोजेक्ट हैं, जिससे आने वाले समय में कंपनी की कमाई में और तेजी आने की उम्मीद है। कंपनी का सिर्फ R-32 प्लांट ही पहले साल में ₹140 करोड़ का रेवेन्यू दे सकता है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक ₹2500 करोड़ का राजस्व हासिल करना है।
तिमाही और वार्षिक प्रदर्शन
जून 2025 की तिमाही में कंपनी ने ₹110.47 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल से 51% अधिक है। नेट प्रॉफिट 23% बढ़कर ₹10.36 करोड़ हो गया। EBITDA मार्जिन अच्छा रहा, जबकि मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ने से ऑपरेटिंग मार्जिन थोड़ा कम हुआ। पिछले 12 महीनों में कुल रेवेन्यू ₹377 करोड़ रहा, जो 62% की अच्छी बढ़त है। इसकी प्रति शेयर कमाई (EPS) भी दोगुनी हो गई है।
फ्लोरोकेमिकल्स इंडस्ट्री की तेजी
भारत की फ्लोरोकेमिकल्स इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। 2022 में इसका मूल्य लगभग 622 मिलियन डॉलर था। 2024 से 2029 के बीच यह इंडस्ट्री 10% से ज्यादा की रफ्तार से बढ़ सकती है।। इलेक्ट्रॉनिक्स, रिन्यूएबल एनर्जी, EV और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में मजबूती से मांग और बढ़ेगी। भारत का कंस्ट्रक्शन सेक्टर 2025 तक 1.4 ट्रिलियन डॉलर का हो सकता है, जिससे फ्लोरोकेमिकल्स का इस्तेमाल कई गुना तक बढ़ सकता है।
भविष्य की संभावनाएं और जोखिम
कंपनी की मैनेजमेंट टीम अनुभवी है और वे 30-35% सालाना वृद्धि का लक्ष्य रखते हैं। कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है और टेक्नोलॉजी के कारण नए प्रतियोगी आसानी से बाजार में नहीं आ सकते। हालांकि, रेफ्रिजरेंट गैस पर निर्भरता अधिक है, इसलिए यदि इस सेक्टर की मांग घटती है तो कंपनी की कमाई प्रभावित हो सकती है।इसलिए निवेश करते समय इन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे निवेश सलाह न माना जाए। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।