1 शेयर पर मिलेगा 1 नया शेयर! Tata Motors डिमर्जर के 5 ज़रूरी नियम

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Tata Motors Demerger Share : भारतीय ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने हाल ही में अपने व्यवसाय में एक बड़ा कदम उठाया है। 14 अक्टूबर 2025 को कंपनी ने घोषणा की कि वह अपने दो बड़े कारोबारों को अलग कर देगी। इन कारोबारों में पहला है कमर्शियल व्हीकल्स और दूसरा है पैसेंजर व्हीकल्स। इस खबर के बाद शेयर बाजार में हलचल तेज हो गई और टाटा मोटर्स का शेयर रिकॉर्ड डेट से पहले करीब 5% नीचे आ गया।

डिमर्जर की तारीख और योजना

कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि डिमर्जर की योजना 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो चुकी है। कंपनी ने 1 जुलाई 2025 को अपॉइंटेड डेट रखा था। अब टाटा मोटर्स के दो कारोबार अलग-अलग होंगे। पैसेंजर व्हीकल्स वाला हिस्सा, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन और जगुआर लैंड रोवर (JLR) शामिल हैं, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के अंतर्गत आएगा। वहीं, कमर्शियल व्हीकल्स वाला कारोबार अब TML कमर्शियल व्हीकल्स के नाम से जाना जाएगा, जो आगे चलकर टाटा मोटर्स ही रहेगा।

निवेशकों को शेयर मिलने का तरीका

जो निवेशक 14 अक्टूबर 2025 तक रिकॉर्ड पर होंगे, उन्हें हर एक टाटा मोटर्स के शेयर के बदले TMLCV का 1 शेयर मिलेगा। दोनों शेयरों का फेस वैल्यू 2 रुपये तय किया गया है। डिमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के शेयर की कीमत स्टॉक एक्सचेंज के प्राइस डिस्कवरी सिस्टम के माध्यम से निर्धारित होगी। TMLCV के शेयर बीएसई और एनएसई पर 45 से 60 दिनों के भीतर लिस्ट होंगे। इस बीच इन शेयरों में थोड़ी लिक्विडिटी की कमी हो सकती है। कंपनी 2,300 करोड़ रुपये के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCDs) भी TMLCV में ट्रांसफर कर रही है, जिसकी पात्र होल्डर्स पहले ही तय हो चुके हैं।

टाटा मोटर्स शेयर प्राइस प्रदर्शन

रिकॉर्ड डेट से पहले टाटा मोटर्स का शेयर लगातार छहवें दिन गिरा और बीएसई पर 679.05 रुपये पर बंद हुआ। यह कीमत पिछले 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 943.95 रुपये से काफी नीचे है। कंपनी का मार्केट कैप लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये के करीब है। इस गिरावट का मुख्य कारण निवेशकों के बीच डिमर्जर को लेकर अस्थायी अनिश्चितता और लिक्विडिटी की कमी माना जा रहा है।

पैसेंजर कारोबार का हाल

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड में इलेक्ट्रिक वाहनों का हिस्सा बहुत बड़ा है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और टाटा मोटर्स इस क्षेत्र में सबसे आगे है। इसके साथ ही कंपनी के पास जगुआर लैंड रोवर की हिस्सेदारी भी है, जो उसे प्रीमियम वैश्विक बाजारों में मजबूत स्थिति देती है। आने वाले समय में EV और JLR की वजह से पैसेंजर व्हीकल्स कारोबार में मुनाफे और ग्रोथ की अच्छी संभावना है।

कमर्शियल कारोबार का हाल

कमर्शियल व्हीकल्स का कारोबार अब TMLCV नाम से चलेगा। भारत में तेजी से विकसित हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक सेक्टर की वजह से इस सेक्टर में लंबी अवधि के स्थिर विकास की उम्मीद है। मजबूत डिलीवरी नेटवर्क और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर इसे निवेश के लिए एक भरोसेमंद बिजनेस बनाते हैं।

निवेशक ध्यान दें

डिमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के दोनों कारोबार अलग-अलग वैल्यूएशन पर ट्रेड करेंगे। पैसेंजर व्यवसाय में EV और JLR की वजह से प्राइस में उतार-चढ़ाव ज्यादा हो सकता है, जबकि कमर्शियल व्यवसाय अपेक्षाकृत स्थिर रह सकता है। निवेशकों को यह समझना चाहिए कि डिमर्जर के दौरान शेयर प्राइस में अस्थिरता आ सकती है। लेकिन कंपनी के मजबूत बिजनेस मॉडल और विविध पोर्टफोलियो की वजह से यह लंबे समय में अच्छा निवेश अवसर हो सकता है।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह न समझें। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

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