Praj Industries Share : इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट और इंजीनियरिंग कंपनी प्राज इंडस्ट्रीज के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। कंपनी को एक खास ऑर्डर मिला है, जो लो-कार्बन सॉल्यूशन और इक्विपमेंट सप्लाई से जुड़ा है। यह ऑर्डर अमेरिका की जानी-मानी बायोफ्यूल कंपनी Aemetis Inc. से मिला है। इस खबर के बाद कंपनी का शेयर बाजार में करीब 2% बढ़ गया और ₹354 के स्तर पर पहुंच गया।
क्या है नया प्रोजेक्ट
कंपनी ने बताया कि Aemetis Inc. अपने कैलिफोर्निया स्थित 65 मिलियन गैलन प्रति वर्ष क्षमता वाले एथेनॉल प्लांट में एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। इस प्रोजेक्ट की कीमत लगभग 30 मिलियन डॉलर (करीब ₹250 करोड़) बताई गई है। इसका मकसद है कार्बन उत्सर्जन को काफी कम करना और संयंत्र की चलने की लागत घटाना। इस परियोजना के तहत प्लांट में एक नई तकनीक लगाई जा रही है, जिसका नाम है Mechanical Vapor Recompression (MVR) प्रणाली। इस सिस्टम की सप्लाई और तकनीकी जिम्मेदारी प्राज इंडस्ट्रीज संभाल रही है। वहीं, Centuri Holdings Inc. की सहायक कंपनी NPL Construction Co. इस प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों को देख रही है।
क्या बोले कपनियों के चेयरमैन
यह अपग्रेड Aemetis Advanced Fuels Keyes Facility में किया जा रहा है। यह वही प्लांट है जो साल 2011 से प्राज इंडस्ट्रीज की तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। यह संयंत्र पहले से ही कैलिफोर्निया के लो कार्बन फ्यूल स्टैंडर्ड (LCFS) में अपना योगदान दे रहा है और अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत बना रहा है।
प्राज इंडस्ट्रीज के चेयरमैन डॉ. प्रमोद चौधरी ने कहा कि कंपनी पिछले एक दशक से Aemetis की भरोसेमंद तकनीकी साझेदार रही है। नई कम-कार्बन तकनीक लगाने से एथेनॉल की कार्बन इंटेंसिटी घटेगी और संयंत्र की कार्यकुशलता व लाभ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट अमेरिका की ऊर्जा ट्रांजिशन में अहम भूमिका निभाएगा।
Aemetis Inc. के चेयरमैन और सीईओ Eric McAfee ने कहा कि MVR प्रोजेक्ट उनके कैलिफोर्निया प्लांट के लिए एक बड़ा और फायदेमंद कदम है। उन्होंने बताया कि प्राज इंडस्ट्रीज की तकनीक और Centuri की टीम के साथ मिलकर वे परिचालन लागत घटाने, मुनाफा बढ़ाने और Section 45Z टैक्स क्रेडिट का फायदा उठाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कंपनी का शेयर प्रदर्शन
बाजार की बात करें तो प्राज इंडस्ट्रीज का 52 हफ्तों का ऊपरी स्तर ₹874.30 और निचला स्तर ₹328.10 रहा है। फिलहाल शेयर अपने ऊपरी स्तर से करीब 60% नीचे है। हालांकि, पिछले एक हफ्ते में शेयर में 7%, एक महीने में 13%, तीन महीने में 29%, और एक साल में 58% की तेजी आई है। लेकिन, पिछले एक साल में इसमें करीब 52% की गिरावट भी दर्ज की गई थी। लंबे समय की बात करें तो पिछले 5 सालों में इस शेयर ने 364% तक का रिटर्न दिया है।
भविष्य के लिए उम्मीदें
कंपनी की यह नई डील न सिर्फ उसके कारोबार को मजबूत करेगी, बल्कि अमेरिका में उसकी तकनीकी साख को भी और बढ़ाएगी। Praj Industries पहले से ही जैव-ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक जाना-माना नाम है। अगर यह प्रोजेक्ट सफल रहता है, तो इससे कंपनी को कई और अंतरराष्ट्रीय अवसर मिल सकते हैं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यहां किसी भी निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श करें।